डॉ मधु कपूर ने अभी तक दर्शनशास्त्र के जितने भी विषयों की यहाँ चर्चा की है, उनकी सहायता से दर्शनशास्त्र की बहुत सी गुत्थियाँ हमारे लिए सुलझी हैं। इस बार का उनका विषय है ज्ञान और भक्ति। इतना तो हम डॉ कपूर के लेखों के कारण भी और यूँ भी जानते हैं कि ज्ञान और भक्ति चाहे बहुत ही छोटे और निरापद से लगने वाले शब्द हैं किन्तु वास्तविकता में ये दोनों बहुत गहन विषय हैं और दर्शनशास्त्र में इन पर व्यापक चर्चा हुई है।












