एक वर्ष से कुछ ऊपर ही हुआ कि हमारी इस वेबसाइट को हैक होने के बाद मीडियाभारती वेब सॉल्युशन्स द्वारा पुन: खड़ा किया गया. उस समय का फैसला कुछ ऐसा ही रहा कि वेब-पत्रिका के सम्पादक की ओर से रोज़ाना या हफ्तेवार भी किसी चिट्ठी-पत्री की आवश्यकता नहीं समझी गई और इसलिए वही सम्पादकीय जो वेबसाइट के पुन: शुरू होने के बाद लिखा गया, स्थायी रूप से वहीँ टंगा रहा.








