छात्र युवा संघर्ष वाहिनी से जुड़े राजीव एच. के. जेपी आंदोलन के प्रमुख स्तंभों में से थे। आजकल वह नवभारत संवाद केन्द्र (लखनऊ) के माध्यम से 'एक साल में बेरोजगारी और गरीबी-मुक्त भारत' अभियान के सृजन में जुटे थे। सामाजिक कार्यकर्ता एवं जेपी आंदोलन में उनके साथी विजय प्रताप ने राजीव जी के ना रहने पर अपना यह शोक संदेश हमें भेजा है।