पराग मांदले गाँधी जयंती पर हमारे लिए इससे पूर्व भी लेख लिख चुके हैं। पिछले वर्ष का उनका लेख 'गाँधी को समझने की कुंजी' खूब सराहा गया था। इस बार उन्होंने गांधीजी के बारे में एक अनछुए पहलू को अपने लेख का विषय बनाया है। पराग मांदले ने इस बार अपने लेख का विषय गांधी की कला-दृष्टि चुना है। लेख को पढ़कर लगता है कि बहुत श्रमपूर्वक उन्होंने हमारे पाठकों के लिए गाँधी जी के कला-विषयक विचारों को संकलित किया है।